I simple person who want to enjoy every second of his life...!!!
Monday, January 18, 2010
Full बकवास, Only for Time Pass
Sorry to All the Amir Khan Lovers, my Intentions are not wrong, even I also like Amir Khan, So this is just for Time Pass...
आमिर ख़ान, बहुत ही उम्दा कलाकार है. २० साल की उम्र से फ़िल्मो मे काम कर रहे है और आज तक २० साल के ही है, ऐसा मे नही कह रहा ये उनका ही कहना है. वैसे 40 से ज़्यादा का हो चुका है फिर भी अपने आप को 20 साल का बता रहा है, आख़िर टॅलेंट है उसमे. पर्सनॅलिटी की तो बात ही मत करो सबसे अच्छी ६ pack body है उनकी ,ऐसा मे नही कह रहा ये उनका ही कहना है. वो बात अलग है की अगर खींचतान के भी नापोगे तब भी उसकी हाइट 5 फीट से ज़्यादा नही होगी और आक्टिंग मे तो वो है ही "The best". ऐसा मे नही कह रहा ये उनका ही कहना है, वो बात अलग है आक्टिंग वेक्टिंग तो उसे कुछ नही आती बस हर मूवी मे ओवेरक्टिंग करता रहता है इतनी ओवेरक्टिंग और ड्रामा तो शायद राखी सावंत भी नही करती होगी जितनी वो पीछले 20 साल से कर रहा है. अगर आपको मेरी बात पर विश्वास नही तो आगे पढ़ो अपने आप समझ जाओगे
ये बात और है की जितना बेड़ा फैंको वो है उतना बड़ा फेंको तो शैखचिल्ली भी नही रहा होगा. "तारे ज़मीन पर" हिट क्या हुई .. सबको चिल्ला-2 कर बताने लगा की मेरी movie हिट हुई है .. साले चमन प्रसाद को किसने कह दिया की वो उस movie का हीरो था .. साले उस movie का हीरो तो “Ishan” (darsheel) था .. आमिर तो हीरो के टीचर का रोल कर रहा था वो भी कॉमेडी करने के लिए. हीरो तो वो दूर-२ तक भी नही था. शरम भी नही आती साले को एक बच्चे का क्रेडिट छीनते हुए. पर कुछ भी कहो hero तो वो बहुत ही अच्छा है. पता भी है 4 साल तक बॉल और दाढ़ी बढ़ाई "मंगल पांडे" के रोल के लिये उसने, वो बात और है की पब्लिक ने 4 दिन नही लगाए उस फिल्म को फ्लॉप करने के लिये. अब उस बेचारे को क्या पता की बॉल और दाढ़ी बढ़ा कर अगर कोई हीरो बन सकता तो मेरे पड़ोसी का झभरा कुत्ता भी हीरो होता. पर कुछ भी कहो hero तो वो बहुत ही अच्छा है. लगान फिल्म हिट हुई थी तब भी बहुत खुश हो रहा था की मेरी फिल्म हिट हो गई .. अब इस बेचारे को कोई समझाए की क्रिकेट के लिए तो हम कुछ भी कर सकते है तो क्या एक सड़ी सी फिल्म नही देख सकते है अरे अगर मे अपनी गली के क्रिकेट टूर्नमेंट पर फिल्म बना दूँ तो वो भी हिट हो जयगी.. इसमे उसके होने न होने से कोई फ़र्क नही पड़ता. पर फिर भी कुछ भी कहो वो hero तो बहुत ही अच्छा है.
फिर एक movie आई थी “ग़ज़नी” .. वो हिट हुई तो फिर से वो मीडीया मे चिल्लाने लेगा की मेरी movie हिट हो गई.. अब इस पागल को कोई समझाय की भाई उस movie मे तो वो विलेन से भी ज़्यादा डरावना लग रहा था ..वो क्या खाक हिट करायगा movie को.. एक तो वैसे ही उसकी शक़ल किसी सड़े हुए टमाटर जैसी है उपर से वो बॉल मुंडा कर और आ गया और बची कूची कसर उसकी आडी तिरछी माँग ने कर दी. पूरी movie मे वो किसी हॉरर movie के भूत जैसा लग रहा था. उपर से पूरी मोविए मे ग़ज़नी-2 चिल्ला कर ओवेरक्टिंग कर रहा था. अब उस बेचारे को क्या पता की उसकी डरावनी शक़ल के डर से कितने बच्चे movie देखने नही आय ..अगर वो movie मे नही होता तो शायद और भी बड़ी हिट होती वो movie. एक नंबर का ईडियट लग रहा था उस movie मे वो. पर कुछ भी कहो hero तो बहुत अच्छा है वो… और हाँ एक बात तो भूल ही गया अभी कुछ दिन पहले एक movie आयी थी उसकी जिसने उसने बिल्कुल ओवेरक्टिंग नही की थी , वो movie थी “थ्री ईडियट्स”. Actually कोशिश तो उसमे भी की थी उसने पर उसे ज़्यादा chance नही मिला. ईडियट तो वो पहले से ही है इसलिए ईडियट का रोल वो बिना किसी ओवेरक्टिंग के कर गया. पर थोड़े दिन बाद पता चला की इसकी स्टोरी भी चुराई हुई है, साले चोरी की अलावा और कर भी क्या सकता है पर मीडीया के सामने ऐसे चिल्ला रहा था जैसे हिमालय पर बैठ कर उसने ही लिखी हो इस movie की स्टोरी , साला चोर कहीं का ...पर फिर भी कुछ भी कहो वो hero तो बहुत ही अच्छा है.
मैने तो बस सच की कहा, अब उसके दिल पर लगी तो मे क्या करू मे तो बस यही कह सकता हूँ की दिल पर मत ले यार
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दिल पर मत ले यार
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